बता दिया राज़ खोल के देखा
ऐसी मैं कोई किताब तो नही
दिल से सुनते तो सुनाई देती
कान खामोशियो की चीखें सुनते नही
युही रूठना युही मान जाना
यू मोहब्बत करना हम आता नहीं
आज इस पे गया कल उस पे
ये दिल है कोई निगाह नही
जख्मी होकर है कदरदान तेरे वार के
तेरी नज़रो ने कायल किया घायल नही
तुझसे आगे भी होगी दुनिया बेशक
जो संग तुम नही तो वहाँ हम भी नही
करके बेआबरू खुद ही मोहब्बत को
समझते मुझे की वफ़ा करना आता नही
तू ना सीखा सलीका-ए मोहब्बत मुझको
ये तुझे आता तो मैं बेवफा होता नही
और क्या के क्या कर सकते हो मेरे लिए
ये भी पूछोगे अगर मैं कुछ करा जताता नही
तुम भी रहे बेक़रार मोहब्बत को
हमने बस इज़हार किया इश्क़ कबूला तुमने ही
मज़ाक भी ना कर किसी और के होने का
मैं भी गया तो लोटके आना नही
कहते वो भूल जाओ हमे समझाये उन्हें
मोहब्बत में करते ऐसा मज़ाक नही
ना पूछो हमसे उनकी आलम-ए-बेवफ़ाई
वो मिले तो कम्भख्त नज़र भी चुराता नही
के तू खूब कर गलती विशाल
इससे अच्छा सुधरने का कोई रास्ता नही
गुरुवार, 29 जून 2017
बता दिया राज़ खोल के देखा
रविवार, 11 जून 2017
मेरे लफ्ज़ बेशर्म
मेरे लफ्ज़ मुझसे भी बेशर्म हैं
चलते चलते, जब कभी
थक जाती हूँ,
वक़्त की गिरहें
जब सुलझते नहीं सुलझती हैं
सांसों में भी जब शिकन पड़ने लगती है
और माथे पर सिलवटें उतरने लगती हैं
निगाहें जब कभी खुश्क सी हो जाती हैं
और मुस्कराहट डूबने सी लगती है
या जब कभी,
चाँद करवटों के बहाने से मुंह फ़ेरने लगता है
और सड़क के किनारे पर पड़ा, एक पत्थर
थोड़ा और नुकीला लगने लगता है
लहू का रंग जब और गहराने लगता है
धडकनें जब धीमी पड़ने लगती हैं
और नाराज़ी परवान चढ़ने लगती है
तब-तब
मैं लफ़्ज़ों के साथ चीर-फाड़ करती हूँ
उनकी खाल तक उधेड़ देती हूँ
बेशर्मी की सारी हदें तोड़ कर
उन्हें नग्न कर
कागजों में भीतर तक गोद देती हूँ !
जबरन उन्हें नोंचती हूँ, लहुलुहान कर देती हूँ
अपना गुस्सा या अपना दर्द या अपने आंसू
सब उन में गाड़ देती हूँ
और अंत में,
अपना सारा बोझ इन लफ़्ज़ों के
के बाजुओं पर लाद कर
बड़े ही इत्मीनान से
बिस्तर का एक कोना पकड़ कर
नींद के आगोश में समां जाती हूँ
और मेरे वो लफ्ज़ मेरे वो शब्द
कागज़ रुपी मृत्युशय्या पर पड़े पड़े
कराहते हैं !!
आवाज़ देते हैं
लेकिन मैं बड़ी ही बेशर्मायी से
उन्हें नज़र अन्दाज़ कर देती हूँ !
इतना सब करने पर भी
वो मुझसे रूठते नहीं हैं
मेरे लफ्ज़ मेरे शब्द
मुझसे भी बेशर्म हैं !
By - Sia
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